आत्म सम्मान (Self Respect) एक ऐसी भावना है जो एक इंसान को सम्मान और गरिमा के साथ व्यवहार करने मे और सर उठाकर जीने की अनुमति देता है। Self Respect का अर्थ है खुद पर गर्व करना।
दोस्तों दूसरों की इज्जत करना तो हमें बचपन से सिखाई जाती है, और हम सीख भी जाते हैं और दूसरों की इज्जत करना बहुत अच्छी बात है लेकिन सबसे ज्यादा जरूरत है खुद की इज्जत करना, क्योंकि बहुत कम लोगों को सिखाया जाता है, और अभी के समय में जैसे लोगों के पास सिर्फ रिस्पेक्ट नाम की कोई चीज ही ना हो तो सबसे पहले आपको खुद की इज्जत करनी चाहिए।जब आपको अपनी इज्जत की परवाह ही नहीं होगी तो आप दूसरों की क्या इज्जत करोगे। इसलिए सबसे पहले खुद की इज्जत करना सीखना चाहिए तो आप दूसरों को भी रिस्पेक्ट करना सीख लेंगे।दोस्तों हर इंसान को पूरी जिंदगी लग जाती है अपनी इज्जत कमाने में लेकिन सिर्फ एक ही क्षण काफी होता है अपनी बनाई गई इज्जत को मिट्टी में मिलाने के लिए.क्योंकि हमारे समाज में उस इंसान की प्रतिष्ठा बनी हुई रहती है जो हमेशा दूसरों की सहयता करता है.आत्मसम्मान के होने से हम समाज में सर उठाकर चल सकते हैं और अपनी महत्वता साबित कर सकते हैं.
दोस्तों आत्मसम्मान क्या होता है ?
अगर आपको सफलता पाना है कुछ करना है जिंदगी में अपनी एक अच्छी पहचान बनानी है तो आपको सेल्फ रिस्पेक्ट की सबसे ज्यादा जरूरत होगी तो आइए आज आत्मसम्मान (Self Respect ) के बारे में कुछ बातें करते हैं।
जो व्यक्ति खुद से प्रेम करना सीख जाता है मतलब स्वयं को प्रति positive felling रखना वो खुद का self respect तो करता ही है,और साथ ही दूसरों को भी रिस्पेक्ट करता है।लोग अक्सर अपने बारे में सोचना भूल जाते हैं कि उनको क्या चाहिए उनको क्या अच्छा लगता है, उनके लिए क्या सही क्या गलत है। वह सोचने लगते हैं कि सामने वाले को कैसा लगेगा सामने वाले कैसे खुश रहेंगे ।दूसरों के बारे में सोचना अच्छी बात है पर सबसे पहले खुद को पता होना चाहिए कि मैं जो कर रहा हूं उससे मैं खुश हूं या नहीं।अगर आप खुश नहीं है तो दूसरों को भी खुशी नहीं रख पाएंगे आप अपने लिए जीते हैं तो पहले आप खुद को मह्त्ब दीजिए फिर दूसरों को, आपके लिए पहले आप होना चाहिए उसके बाद कोई और जिन चीजों को करके आप खुश नहीं है, उन चीजों को आप दूसरों के लिए कभी ना करें, और एक बार आप खुद से प्यार करना सीख गए (self love ) तो आप कुछ भी कर सकते हैं। आपकी नजरों में आपकी इज्जत बढ़ जाएगी और आत्मसम्मान आएगा और आपकी सफलता और आपकी जीत आपके पास होगी।
2 :-स्वयं की देखभाल Take care of yourself
आत्मसम्मान के लिए सेल्फ केयर भी बहुत जरूरी है।आपका जो दिन चर्या (Daily Routine ) वह अच्छी होनी चाहिए।समय पर खाने की आदत डालना, समय पर सोना और उठना, अच्छे कपड़े पहनना, अपनी हेल्थ का ध्यान देना यह सब सेल्फ केयर में ही आते हैं।और सबसे मह्त्बपूर्ण बात यह है लोग अपनी दैनिक कार्य फ्यूचर करियर यह सब चीज तो सोचते हैं। अपने बारे में अपने लिए समय निकालना भूल जाते हैं।और साथ -साथ यह भी भूल जाते हैं कि उन्हें करना क्या है। तो सबसे पहले आप खुद के लिए रोज समय निकालिए जिसमे सिर्फ आप हो और कोई नहीं और आप अपने बारे में सोचिए।
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3 :-सकारात्मक सोच Think Positive
खुद के बारे में और दूसरों के बारे में positive thinking रखना भी self respect कहलाता है।जब हमारे दिमाग में Positive Thoughts होंगे तो हम अपने और दूसरों के बारे में अच्छा सोचेंगे और खुद Negative Thoughts से हमेशा दूर रखें, तभी हम खुद का आत्मसम्मान कर पाएंगे और खुद को सही न्याय दे पाएंगे।कभी यह नहीं सोचना चाहिए कि हमारा क्या कमी है हमेशा यह सोचना चाहिए कि हमारे अंदर क्या खूबी है।अपने अंदर हमेशा अच्छाई को ढूंढना चाहिए, अपनी कमजोरी को नहीं पॉजिटिव थिंकिंग ही हमें अपने मुकाम पर पहुंचआती है और आत्मसम्मान भी दिलाती है।दोस्तों जब आप अपना आत्मसम्मान करने लगते हैं तो आप अपने आप को स्वीकार करने लगते हैं
दोस्तों क्या आपको पता है सेल्फ कॉन्फिडेंस की वजह से हमारी सफलता के आसार 85% बढ़ जाते हैं.इसका मतलब है सेल्फ कॉन्फिडेंस हमारी ग्रोथ के लिए सबसे अहम भूमिका निभाती है.
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